- अपनी इच्छायों को नियनत्रण में रखो !
- क्रोध मत करो ,क्रोध आया भी हे तो बढ़ने मत दो ,पानी पी लो ,वह जगह छोड़ दो ,लंबे लंबे साँस लो !
- हमेशा प्रसन्न रहने की कोशिश करो !
- भगवान ने जो दिया हे उसी में खुश रहो ,जो नहीं दिया उसके बारे में सोच कर दुःखी मत हो !
- किसी की तरक्की देख कर दुःखी मत हो -जलो मत ,उस की तरह बनने की कोशिश करो
AdSense code
mobiles
games-2
games
games
search engine
Blog Archive
- October 2021 (1)
- July 2021 (1)
- June 2021 (1)
- November 2020 (1)
- October 2020 (1)
- August 2020 (2)
- March 2020 (3)
- February 2020 (1)
- January 2020 (2)
- July 2019 (1)
- April 2019 (1)
- March 2019 (2)
- January 2019 (1)
- December 2018 (1)
- November 2018 (1)
- October 2018 (3)
- July 2018 (1)
- June 2018 (1)
- May 2018 (1)
- January 2018 (4)
- December 2017 (1)
- November 2017 (2)
- October 2017 (4)
- September 2017 (2)
- August 2017 (4)
- July 2017 (5)
- April 2017 (3)
- March 2017 (3)
- February 2017 (5)
- January 2017 (2)
- December 2016 (5)
- October 2016 (3)
- August 2016 (13)
- July 2016 (16)
- April 2016 (6)
- March 2016 (7)
- February 2016 (14)
- January 2016 (14)
- December 2015 (5)
- November 2015 (9)
- October 2015 (19)
- September 2015 (17)
- August 2015 (37)
- July 2015 (43)
- June 2015 (24)
- May 2015 (30)
- April 2015 (17)
- March 2015 (6)
- February 2015 (23)
- January 2015 (50)
- December 2014 (31)
- November 2014 (14)
- October 2014 (9)
- September 2014 (24)
- August 2014 (14)
- July 2014 (34)
- June 2014 (45)
- May 2014 (61)
- April 2014 (42)
- March 2014 (89)
- February 2014 (74)
- January 2014 (94)
- October 2011 (54)
- September 2011 (64)
- August 2011 (63)
- July 2011 (24)
- October 2010 (1)
- March 2009 (1)
- December 2008 (2)
Thursday, July 31, 2014
मन की शान्ति के लिए
Wednesday, July 30, 2014
"भगवान को पाने
परमात्मा का नूर चारों ओर बरस रहा है, फूलों में , नदियों में , तितलियों के रंगबिरंगे पंखों में । समस्त सृष्टि उसकी सुन्दर रचना है।
इसे पर्यटक बन कर भोगो।"
परम पूज्य सुधाँशुजी महाराज
Tuesday, July 29, 2014
Fwd: [ANANDDHAM.ORG] गुरुवाणी
Monday, July 28, 2014
Fwd: [ANANDDHAM.ORG] 9/07/2009 10:11:00 AM
Must read it.......
|
From the desk of Yuva Kranti dal |
--
Sunday, July 27, 2014
Fwd: अमृत वचन
"हम इस बात को समझें कि सफलताएँ जो जीवन में घटी, उन्हें याद करें और उनसे सबक लें , जिससे उनको दोहराया जा सके।
अपनी विफलताओं को भी याद करो, बारबार उन पर भी ध्यान दो, उनसे भी सबक लो कि वो क्यों घटी ?
और उनको इसलिए ध्यान में रखो कि वो फिर दोहराईं ना जा सकें ।"
परम पूज्य सुधाँशुजी महाराज
Friday, July 25, 2014
Fwd: u tubes
Om Naha Shivaya Please look at these videos on shiva Sundaranana http://www.youtube. com/watch? v=EsMVZw2wQyc Om namaha Shivaya1 http://www.youtube. com/watch? v=6dEch2dsPKI Ambe bhavani maa http://www.youtube. com/watch? v=1Ws9fGJULe0 Shivaraja Maheshwara http://www.youtube. com/watch? v=-bAsVEDxnjo Namah Shivaya http://www.youtube. com/watch? v=9EivtnLjaV0 Nagarajan |
Add whatever you love to the Yahoo! India homepage. Try now!
Wednesday, July 23, 2014
Fwd: [ANAND DHAMM] Fw: [GURUVANNI] भावनायें
Monday, July 21, 2014
Fwd: [ANANDDHAM.ORG] संघर्ष
भगवान क्रष्ण ने कहा कि जीवन एक संघर्ष है , चुनोती है ,परिक्षासथल है ,रणक्षेत्र है ,इसका सामना करना होगा ,परीक्षा देनी ही होगी , संघर्ष तब तक रहेगा जब तक सांस चलेगा , इसलिए , संगर्ष से भागना नहीं स्थिर होकर उसका सामना करना !
--
Sunday, July 20, 2014
शुद्धि
शरीर की शुद्धि जल से होती है,
मन की शुद्धि सत्य से होती है,
आत्मा की शुद्धि विद्या और तप से होती है,
बुद्धि की शुद्धि ज्ञान से होती है।"
परम पूज्य सुधाँशुजी महाराज
Saturday, July 19, 2014
गुप्त खजाना
सब कुछ खो जाए, तो उसकी परवाह मत करना, लेकिन आपका गुप्त खजाना साहस खो जाए तो सचमुच चिन्ता की बात है;
इसे अवश्य सँभाल लीजिए और कंगाली से बचे रहिए।
Thursday, July 17, 2014
Tuesday, July 15, 2014
Monday, July 14, 2014
आज की
To SEE MORE AMRITVANI VISIT BLOGS
आज की उपलब्धियों पर सन्तोष करो, मगर अपनी भावी प्रगति की आशा नहीं छोड़ना।
Sunday, July 13, 2014
भाग्य आपको
Wednesday, July 9, 2014
जबतक पुरानापन
जबतक पुरानापन
जबतक पुरानापन मिटेगा नहीं नया आएगा नहीं ! इस लिए अपने अंदर का कूड़ा करकट बाहर निकालो तभी अंदर परिवर्तन होगा !
--
Posted By Madan Gopal Garga LM VJM to AMRIT VANI at 7/09/2014 07:09:00 PM
Tuesday, July 8, 2014
Fwd: [Suvichar - Good Thoughts by Param Pujya Sudhanshuji Maharaj] Happy Home
Happy Home
Whenever you go out keep your head cool,face smilling and speech mellowed with sweetness and return home with same disposition . There will be peace and happiness in your home.
Monday, July 7, 2014
Fwd: [Suvichar - Good Thoughts by Param Pujya Sudhanshuji Maharaj] Enjoy the gifts...
The mind always craves for what you do not have .The hurt and dissatisfaction of what you do not have prevents you from enjoying the things,which you have and forget to thank God for them. Be contended . Always think that God has given you abundantly
Fwd: [Suvichar - Good Thoughts by Param Pujya Sudhanshuji Maharaj] अच्छे संस्कार
संत पुरूष समझाते हें की बचपन से ही अपने बच्चों को अच्छे संस्कार दो, उन्हें नियम पर चलना सिखाओ ,उन्हें बाँट कर खाना,मिलकर रहना,सबकी सहायता करना ,और प्रभु सिमरन करना सिखाओ !
अपना हिस्सा खालेना प्रकृति ,
दूसरों का हिस्सा भी खाजाना विकृति ,
अपना हिस्सा भी दूसरों को दे देना संस्कृति ,कहलाती है !
Sunday, July 6, 2014
Fwd: [Suvichar - Good Thoughts by Param Pujya Sudhanshuji Maharaj] लक्ष्य की प्राप्ती
लक्ष्य की प्राप्ती के लिय दृढ इच्छा शक्ती ,कठोर अनुशासन ,सही योजना,सुव्यवस्थित जीवन और कड़ी मेहनत ,दूर द्रष्टि रखिए दूर तक देखिए यह अपनाकर जब आप चलेंगे कैसा भी लक्ष्य हो जरूर प्राप्त होगा ! भाग्य के भरोसे नहीं बैठना कर्मठ बनाना ! तब बात बनेगी !
Fwd: [Suvichar - Good Thoughts by Param Pujya Sudhanshuji Maharaj] स्मरणीय
समय का नाश सर्वस्य का नाश है ,इसलिए इस बहुमूल्य निधि को व्यर्थ न गवाएँ १जो समय व्यर्थ चला गया वह पुन; प्राप्त नहीं होगा !समय का उपयोग ऐसे करें की शारीरिक ,आत्मिक और सामाजिक स्तर पर आप उन्नत हो सकें ! आपके कर्मों की सुगंध लंबे समय तक महकती रहे ! आप समय को अच्छाई की सुगंध या बुराई की सुगंध में बदल सकते हैं ! जो समय चला गया उस के लिय मत रोओं और उसका विचार भी मत करो ! व्यक्ती कितना भी बीते समय को याद कर कर के रता रहे , जो बीत गया सो बीत गया ! वह लौटकर वापिस नहीं आएगा ! अत: वर्त्तमान को सभालो !
पूज्य sudhaanshu ji mahaaraaj
Saturday, July 5, 2014
Fwd: [Suvichar - Good Thoughts by Param Pujya Sudhanshuji Maharaj] विचार
एक नकारात्मक विचार स्वास्थ ख़राब कर सकता है तो यह भी ध्यान रखो कि सकारात्मक विचार स्वास्थ बना भी सकता है !
मान अपमान में सदा एक जैसा रहना ,चंचलता को छोड़ना ,स्थिरता को अपनाना ,सदैव खुश रहने की आदत डालना !इन सब कार्यों से आत्मा बलवान होती है !जाप और सेवा से आपकी आत्मा बलवान होगी ! सेवा कार्य कोई हाथ में आए उसे बड़ी श्रृधा से करो ! कई लोग सेवा करते हुए भला-बुरा कह देते हैं उनको आप हंसते हुए सुन लें !
पूज्यश्री सुधान्शुजी महाराज
Fwd: [Suvichar - Good Thoughts by Param Pujya Sudhanshuji Maharaj] मन
मन बुरा नहीं है इसे सुंदर भावनाओं से तरंगित कीजिए !यही मन सुंदर विचारों से ऊँचाइयों को छू लेगा ,और बुरे विचारों से नीचे गिर जाता है ! इसलिए मन के अन्दर उठती तरंगों को पवित्र बनाए रखेँ !
पूज्य सुधांशु जी महाराज
Friday, July 4, 2014
Fwd: [Suvichar - Good Thoughts by Param Pujya Sudhanshuji Maharaj] शान्ती केसे पाएं
तृष्णा से बढ़कर कोई व्याधी नहीं है !
दया के समान कोई धर्म नही है !
सत्य जीवन है और असत्य म्रत्यु !
घ्रणा करनी हो तो अपने दोषों से करो !
लोभ करना हो तो प्रभू के स्मरण का करो !
बैर करना हो तो अपने दुराचारों से करो !
दूर रहना हो तो बुरे संग से रहो !
मोह करना हो तो परमात्मा से करो !
संतोष से बढ़कर कोई सुख नहीं है !
!! ॐ शांती !!
Fwd: [Suvichar - Good Thoughts by Param Pujya Sudhanshuji Maharaj] शान्ती केसे पाएं
Thursday, July 3, 2014
Fwd: [Suvichar - Good Thoughts by Param Pujya Sudhanshuji Maharaj] प्रकाश फैलाओ
pl visit blogs for more postings
जाग्रत दीप बनकर प्रकाश फेलाओ
दीया कभी भी जलता है तो पूरी दुनिया की जिम्मेदारी नहीं लेता की में सारी दुनिया को रोशनी दूँगा ! लेकिन जहाँ है वहाँ हिम्मत नहीं की अँधेरा उसके पास आ सके बस इतनी सी बात याद रखो ! जहाँ हो वहीं उजाला फैलाओ !
Wednesday, July 2, 2014
Fwd: [Suvichar - Good Thoughts by Param Pujya Sudhanshuji Maharaj] तुम प्रकाश हो
तुम प्रकाश हो ! तुम्हारी शक्ती अप्रतिम है !लकिन तुम अपनी शक्ती को भूल गये हो ! पिता परमात्मा ने तुम्हें ज्योतिरूप में इस जगत में भेजा है !तुम्हें अपने हिस्से का प्रकाश फैलाना है ! जहाँ भी रहो उस स्थान को प्रकाशित करते रहो !
Fwd: [Suvichar - Good Thoughts by Param Pujya Sudhanshuji Maharaj] स्मरणीय
*तीसरी आँख प्रज्ञा की है ! जिसकी अन्दर की आँख खुली है वह कहीं ठोकर नहीं खा सकता !
*जब चिन्तन समाप्त हो जाता है तब व्यक्ती पशुलोक के धरातल पर जीता है !
*अगर स्वयं को कोसने ,प्रताडित करने और दबाने में लगे रहोगे तो कभी आगे न बढ़ सकोगे !
*जीवन में किसी को आगे बढ़ता देख कर ईर्षा का जागना स्वाभाविक है लेकिन अगर ईर्षा को प्रतिस्पर्धा में बदल सको तब तुम सहज ही आगे बढ़ जाओगे !
Fwd: [Suvichar - Good Thoughts by Param Pujya Sudhanshuji Maharaj] सदगुरू के सूत्र
उचित योजना -कार्य में सफलता
समय प्रबंधन -उन्नति का पथ
शांत मस्तिष्क -क्ष्रेष्ठ चिंतन
ध्यान की निरन्तरता - प्रभु की निकटता
धनार्जन से पहले-श्रद्धा
सृजन से पहले -सुयोजना
कथन से पहले -विचार
जिस दिन आप यह अपनायेगे उसी क्षण आप आनंद की ओर बढ़ चलेंगे
पूज्य सुधांशु जी महाराज
link
Blogs
Labels
- Alphabet of Happiness. (1)
- AMRIT VANI Good thoughts by Param Pujay SUDHANSHUJI Maharaj sudhanshuji maharaj at bhilai steel plant (1)
- Batteries (1)
- behatar (1)
- bhay (1)
- cameras (1)
- Chargers (1)
- GURUR BRAHMA (1)
- SADGURU CHALISA (1)
- अगर निराशा (1)
- आनन्दित (1)
- चिन्ता भय (1)
- जब मन में सन्तुष्टी हो (1)
- जबतक पुरानापन (1)
- जीवन का अर्थ है (1)
- जैसे दिन को सजाता है (1)
- दूसरों को चोट पहुँचाने (1)
- प्रेम और परमात्मा (1)
- भगवान के (1)
- समस्या से उपर उठो (1)